HOME Page – learn everything from anything
Welcome to LEARN everything
From anything to everything
यह एक हिन्दी ब्लॉग वेबसाईट है जो उन सभी नई सूचना और ज्ञान को आपके साथ शेयर करते हुए प्रयास करते हैं की हम हिन्दी भाषा( जो हमारा गौरव और अस्तित्व है ) को सफल बनाने के क्षेत्र में अपना छोटा सा योगदान दे सकूँ। Raghav suryavanshi (sachin singh);
धन्यवाद, बने रहिए www.hinfointech.online
नई तकनीक, आविष्कार और गैजेट्स, की जानकारी
सूचना प्रोद्योगिकी , उपभोक्ता प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर के लिए आपका जरूरी जानकारी स्रोत । शेयर मार्केट, अर्थव्यवस्था जगत ,कंप्युटर, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स,और इंटरनेट सामग्री पर नवीनतम रुझानों के साथ पुरी जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें!
AUTHOR
Created Blog and articles about specific subject matter.
collected pictures or content and attached it to the article.
Discussed about a certain subject in the form of writing.
Shared experiences or comments regarding a subject.
Compiled written articles for futures references.
EDUCATION
Bachelor’s tech in CSE, 2019-23
Aaryabhatta Knowledge University, Patna.
Professional Area
Search Engine optimization & analyze data, About Stock market analysist.
Raghav Suryavanshi, (Sachin Singh)
myself Raghav Suryavanshi ,In honor of being blogging sites, I own this blogging site. We and our team feel very sincerely sharing new knowledge with you.
राघव सूर्यवंशी fb link – https://m.facebook.com/Fbsachinsingh
Slokas On भारत
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोहम् महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते ।
प्रभो शक्तिमन् हिन्दुराष्ट्राङ्गभूता इमे सादरं त्वां नमामो वयम् त्वदीयाय कार्याय बध्दा कटीयं शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये ।
अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिं सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत् श्रुतं चैव यत्कण्टकाकीर्ण मार्गं स्वयं स्वीकृतं नः सुगं कारयेत् ।
समुत्कर्षनिःश्रेयसस्यैकमुग्रं परं साधनं नाम वीरव्रतम् तदन्तः स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्ठा हृदन्तः प्रजागर्तु तीव्रानिशम् ।
विजेत्री च नः संहता कार्यशक्तिर् विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम् परं वैभवं नेतुमेतत् स्वराष्ट्रं समर्था भवत्वाशिषा ते भृशम् ॥
हिन्दी अर्थ
हे परम वत्सला मातृभूमि! तुझे शत-शत प्रणाम । हे महा मंगला पुण्यभूमि भारती ! तुझ पर न्योछावर तन हजार ।
हे हिन्दुभूमि भारत! तूने, सब सुख दे मुझको बड़ा किया; तेरा ऋण इतना की इस जन्म न चुका सका ।
हे सर्व शक्तिमय परमेश्वर! ही ज्योतिमय अखिला विशवगुरु हम हिंदुराष्ट्र के सभी घटक, तुझको सादर श्रद्धा समेत, कर रहे कोटिशः नमस्कार ।
तेरा ही है यह कार्य हम सभी, जिस निमित्त कटिबद्ध हुए; वह पूर्ण हो सके ऐसा दे, वरदान हमें ।
सम्पूर्ण विश्व के लिये जिसे, जीतना न सम्भव हो पाये; ऐसी अजेय दे शक्ति कि जिससे, हम समर्थ हों सब प्रकार ।
दे ऐसा उत्तम शील कि जिसके, सम्मुख हो यह जग विनम्र; दे ज्ञान जो कि कर सके सुगम, स्वीकृत कन्टक पथ दुर्निवार। कल्याण और अभ्युदय का, एक ही उग्र साधन है जो; वह मेरे इस अन्तर में हो, स्फुरित वीरव्रत एक बार ।
जो कभी न होवे क्षीण निरन्तर, और तीव्रतर हो ऐसी; सम्पूर्ण ह्र्दय में जगे ध्येय, निष्ठा स्वराष्ट्र से बढे प्यार। निज राष्ट्र-धर्म रक्षार्थ निरन्तर, बढ़े संगठित कार्य-शक्ति; यह राष्ट्र परम वैभव पाये, ऐसा उपजे मन में विचार।
जय हिन्द – जय भारती
- AI
- Business
- Business idea & startup
- Business Ideas
- Computer
- Data Analysis
- Domain & Hosting
- Earn Real Money
- GK और GS
- Hardware and Software
- Information sector
- internet
- Invest & Trade
- Investing Funds
- Learn skill
- Legal and Law – By Lawijs
- Misc./अन्य
- Networking
- News & Update’s
- Q/A
- Q&A
- Review App & Soft
- Science
- SEA (Search engine analysis.)
- Share Market
- SOCIAL MEDIA NEWS
- STUDY
- Technology
- Tips & Tools
- Uncategorized
- Website
- Yojna & scheme
- टेक्नोलॉजी