Pen Drive : नमस्कार दोस्तों , स्वागत है आपका हिंदी ब्लॉग hinfointech.online में | आज मैं इस आर्टिकल के माध्यम से बात करूँगा Pen Drive के बारे में की Pen Drive क्या है और और यह कैसे कार्य करता हैं | अगर आप इसके बारे में नहीं जानते है तो आप सही जगह आए हैं , यहाँ पर आपको Pen Drive के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी , इसके लिए आर्टिकल को पूरा पढ़े |
Table of Topic's
- What is Pen Drive in Hindi | पेन ड्राइव क्या है
- पेन ड्राइव का इतिहास (History of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव के भाग (Part of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव कैसे काम करता है (Pen Drive Work in Hindi)
- पेन ड्राइव के प्रकार (Types of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव की विशेषताएं (Feature of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव का उपयोग (Uses of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव के फायदे (Advantage of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव के नुकसान (Disadvantage of Pen Drive in Hindi)
तो आइये इस पोस्ट ( Pen Drive क्या है और कैसे काम करता है?) के माध्यम से जानते है जिसे नीचे विस्तार से बताया गया हैं |
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क्या आप जानते हैं की Pen Drive क्या है और पेन ड्राइव कैसे काम करता है? आप में से ऐसे बहुत से लोग होंगे जो की इस छोटी सी drive का इस्तमाल करते होंगे अपने documents या flies को एक जगह से दुसरे जगह को आसानी से transfer करने के लिए. जी हाँ दोस्तों को मैं इसी छोटे से device के विषय में आज बात करने जा रहा हूँ जिसे की Pen Drive या Flash drive कहते हैं.
आइये इस पोस्ट के माध्यम से पुरे विस्तार से जानते है |
What is Pen Drive in Hindi | पेन ड्राइव क्या है
पेन ड्राइव एक तरह का हार्डवेयर है जिसे हम देख, छू और महसूस कर सकते हैं। यह हमारे रोजमर्रा में काम आने वाला एक पोर्टेबल डिवाइस है जिसे कहीं भी अपने पॉकेट में रख कर ले जा सकते हैं और जरुरत पड़ने पर किसी भी कंप्यूटर या लैपटॉप में लगा कर अपना काम कर सकते हैं।
Pen Drive को हिंदी में ‘सुवाह्य संग्राहक’ अर्थात स्मृतीशलाक़ा कहते हैं। इसका उपयोग हम डेटा को सेव करने या बैकअप लेने के लिए करते हैं, जैसे पिक्चर, वीडियो, डॉक्यूमेंट, files इत्यादि। इसी के साथ आप किसी भी प्रोग्राम (सॉफ्टवेयर) को डायरेक्ट पेन ड्राइव के अंदर इंस्टॉल भी कर सकते हैं।
हालाँकि आज के समय में बहुत सारे क्लाउड स्टोरेज जैसे कि DigiBoxx, अमेज़न ड्राइव, गूगल ड्राइव, Microsoft OneDrive, ड्रॉपबॉक्स इत्यादि उपलब्ध हैं, जिसका इस्तेमाल करके आप अपने पर्सनल डेटा को अपलोड कर सकते हैं।
परन्तु इन क्लाउड स्टोरेज को एक्सेस करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन का होना अनिवार्य है। वहीं दूसरी ओर पेन ड्राइव को काम में लेने के लिए इंटरनेट की कोई जरुरत नहीं पड़ती।
पेन ड्राइव का इतिहास (History of Pen Drive in Hindi)
पेन ड्राइव का आविष्कार IBM कंपनी के द्वारा 1998 में किया गया था. IBM का उस समय Pen Drive को बनाने का Intention था कि वह अपने Think Pad Product को Floppy Drive में बदल सके.
पहला Flash Drive इजराइल की कंपनी M-System द्वारा बनाया गया था जिन्होंने IBM के अनुबंध के तहत इसे बनाया था. इस पेन ड्राइव को बनाने का श्रेय Dov Maron को जाता है जो कि M – System कंपनी में काम करते थे. इस पेन ड्राइव को डिस्गो कहा जाता था वह विभिन्न आकारों 8 MB, 16 MB, 32 MB और 64 MB में आता था.
डिस्गो पेन ड्राइव का एडवांस वर्जन मलेशिया के K.S Pua Khein Seng ने बनाया था. KS Pua पेन ड्राइव के आते ही पूरी दुनिया में पेन ड्राइव फेमस होने लगा और बड़ी – बड़ी कंपनियां पेन ड्राइव का निर्माण करने लगी.
आज विभिन्न आकारों, प्रकारों और ब्रांडों के कई पेन ड्राइव बाजार में उपलब्ध हैं. पेन ड्राइव का उपयोग मोबाइल फोन, वीडियो-गेम कंसोल और डिजिटल-म्यूजिक प्लेयर जैसे कई उपकरणों में किया जाता है
पेन ड्राइव के भाग (Part of Pen Drive in Hindi)
पेन ड्राइव के मुख्य रूप से 8 Part होते हैं –
- USB Connector – इसकी मदद से पेन ड्राइव को कंप्यूटर के साथ Plug करते हैं.
- Controller Chip – यह चिप पेन ड्राइव से Information को Retrieve करता है.
- Test Points – ये इलेक्ट्रॉनिक पिन होते हैं. जब पेन ड्राइव को Assemble किया जाता है तो इस पिन की मदद से पेन ड्राइव को Stimulate किया जाता है.
- Flash Memory Chip – यह चिप फाइल और डेटा को स्टोरेज करने में काम आता है, इसकी मदद से हम पेन ड्राइव से डेटा को Delete भी कर सकते हैं.
- Crystal Oscillator – यह Quartz Crystal का एक टुकड़ा होता है जो एक विशेष Frequency पर कम्पन करता है.
- LED – इसकी मदद से पता चलता है पेन ड्राइव सही से काम कर रहा है या नहीं.
- Write – Protect Chip – इसकी मदद से पेन ड्राइव में स्टोर डेटा की सुरक्षा की जाती है.
- Second Flash Memory Chip – Extra मेमोरी चिप डालने के यह यह एक स्लॉट होता है जिससे कि पेन ड्राइव की स्टोरेज क्षमता को बढाया जा सके.
पेन ड्राइव कैसे काम करता है (Pen Drive Work in Hindi)
पेन ड्राइव को Gate Style Data Storage Device भी कहते हैं क्योकि तकनीकी रूप से पेन ड्राइव को NOT AND, NAND में वर्गीकृत किया जाता है. इस प्रकार की तकनीकी में डेटा को Block के According Storage करते हैं न कि Randomly जैसे RAM और ROM करते हैं. Block के रूप में Data को स्टोर करने से अधिक Information को स्टोर किया जा सकता है वह भी बहुत कम दामों में.
जब आप पेन ड्राइव को कंप्यूटर से Plug करते हैं तो आप जिस फाइल को पेन ड्राइव में स्टोर करना चाहते हैं उसे Copy / Paste के द्वारा पेन ड्राइव में Save कर सकते हैं. इससे अगर कभी आपके कंप्यूटर में Problem भी आती है तो आपके पास Data सुरक्षित रहता है.
पेन ड्राइव के प्रकार (Types of Pen Drive in Hindi)
उपयोग के आधार पर पेन ड्राइव निम्न 3 प्रकार के होते हैं –
#1 – Security Flash Drive ( सुरक्षित फ्लैश ड्राइव)
यह पेन ड्राइव आपके डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एक सामान्य यूएसबी स्टोरेज डिवाइस है. इसमें यूएसबी डिस्क तक पहुंचने से पहले एक संयोजन लॉक होता है.
#2 – Music Flash Drive (संगीत फ्लैश ड्राइव)
Music Flash Drive एक फ्लैश ड्राइव है जिसका उपयोग संगीत को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में Store या Transfer करने के लिए किया जा सकता है.
#3 – Boot Flash Drive (बूट फ्लैश ड्राइव)
Boot Flash Drive एक सामान्य यूएसबी मेमोरी स्टिक है जो कि ऑपरेटिंग सिस्टम को Install करने में सक्षम होता है.
पेन ड्राइव की विशेषताएं (Feature of Pen Drive in Hindi)
- पेन ड्राइव में डेटा को स्टोर करने की क्षमता 512 MB से लेकर 1 TB तक होती है.
- पेन ड्राइव बहुत पोर्टेबल होते हैं इन्हें आसानी से एक स्थान से दुसरे स्थान में ले जाया जा सकता है.
- पेन ड्राइव में हम अपने महत्वपूर्ण फाइलों को स्टोर कर सकते हैं.
- पेन ड्राइव Primary Memory की भांति ही डेटा को स्टोर करके रख सकती है.
- पेन ड्राइव को किसी प्रकार के External Power की जरुरत नहीं पड़ती है.
- Computer Component की तुलना में पेन ड्राइव Fast Data Transfer करते हैं.
पेन ड्राइव का उपयोग (Uses of Pen Drive in Hindi)
पेन ड्राइव का इस्तेमाल निम्न प्रकार के कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है –
- USB पैन ड्राइव का सबसे आम इस्तेमाल Personal File जैसे कि डॉक्यूमेंट, इमेज, विडियो आदि को Store करने के लिए किया जाता है.
- अगर कभी हमारे कंप्यूटर में कोई खराबी आ जाती है तो पेन ड्राइव का इस्तेमाल Back Up के रूप में किया जाता है. आप पेन ड्राइव में महत्वपूर्ण फाइलों को स्टोर करके रख सकते हैं.
- पेन ड्राइव की मदद से आप किसी अन्य कंप्यूटर में भी अपने पेन ड्राइव में स्टोर फाइलों को Access कर सकते हैं. यह एक पोर्टेबल गैजेट है.
- पेन ड्राइव की मदद से Operating System भी इनस्टॉल किये जाते हैं.
पेन ड्राइव के फायदे (Advantage of Pen Drive in Hindi)
एक पेन ड्राइव के बहुत सारे फायदे होते हैं जैसे कि –
- पेन ड्राइव में हम अपने कंप्यूटर का Back Up बना सकते हैं.
- पेन ड्राइव आकार में छोटा और वजन में भी हल्का होता है इसलिए हम पेन ड्राइव को एक स्थान से दुसरे स्थान में आसानी से ले जा सकते हैं.
- अपने महत्वपूर्ण डेटा को पेन ड्राइव में स्टोर कर सकते हैं.
- पेन ड्राइव मार्किट में बहुत कम दामों में मिल जाती है.
- पेन ड्राइव की डेटा स्टोरेज Capacity 512 MB से 128 GB से अधिक तक होती है, आप अपनी आवश्यकतानुसार पेन ड्राइव खरीद सकते हैं.
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पेन ड्राइव के नुकसान (Disadvantage of Pen Drive in Hindi)
एक ओर जहाँ पेन ड्राइव इस्तेमाल करने के बहुत सारे फायदे हैं वहीँ दूसरी ओर इसके कुछ नुकसान भी हैं जैसे कि –
- पेन ड्राइव आकार में बहुत छोटे होते हैं आपको इन्हें एक स्थान से दुसरे स्थान तक ले जाने में सावधानी बरतनी जरुरी है क्योकि ये खो भी सकते हैं.
- Computer Virus पेन ड्राइव की मदद से आसानी से आ जा सकते हैं इसलिए पेन ड्राइव को समय – समय पर वायरस स्कैन करते रहना चाहिए.
- पेन ड्राइव की Storage क्षमता Hard Disk से बहुत कम होती है.
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